रांची(RANCHI): पाकिस्तान के अधिकारियों ने पिछले साल नवंबर में चीन के इंजीनियरों पर हुए हमले में शामिल प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के तीन आतंकवादियों को मार गिराने का दावा किया है. तीनों को सोमवार सुबह कराची के मंघोपीर इलाके में आतंकवाद-रोधी अभियान के दौरान मार गिराया गया.
मंघोपीर इलाके के एक घर में छुपा था आतंकी
डान अखबार के अनुसार आतंकवाद निरोधी विभाग के अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक आजाद खान ने कहा कि चीन के इंजीनियरों पर हमले का मास्टर माइंड जफरान अपने दो साथियों के साथ कराची के मंघोपीर इलाके के एक घर में छुपा था. खुफिया एजेंसियों के कर्मियों और आतंकवाद-रोधी अभियान में शामिल जवानों ने तीनों को घेरकर मौत के घाट उतार दिया.
टीटीपी का जफरान है हमले का मास्टर माइंड
इस अधिकारी के अनुसार चीन के इंजीनियरों को पिछले साल पांच नवंबर को कराची की एक कपड़ा मिल में एक निजी सुरक्षा गार्ड ने गोली मारकर घायल कर दिया था. जांचकर्ताओं को संदेह था कि यह लक्षित आतंकी हमला है. इस घटना के बाद भागे निजी सुरक्षा गार्ड के खिलाफ दो दिन बाद प्राथमिकी दर्ज की गई. तत्कालीन डीआईजी (दक्षिण) सैयद असद रजा ने बताया कि एक सुपरवाइजर और तीन गार्डों ने पूछताछ में यह कबूल किया था कि हमले का मास्टरमाइंड टीटीपी का जफरान है.
आतंकवादी हमलों में 20 चीनी नागरिक की मौत
दरअसल, नवंबर, 2022 में टीटीपी के सरकार के साथ युद्धविराम समाप्त करने के बाद पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि हुई है. राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक प्राधिकरण की एक रिपोर्ट के अनुसार 2021 से 2024 तक मुल्क में हुए आतंकवादी हमलों में 20 चीनी नागरिक मारे गए और 34 घायल हुए.